आज के समय में डिजिटल शिक्षा काफी तेजी से बढ़ती जा रही है ऐसे में शिक्षा विभाग में महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान देते हुए साइबर अपराध को कम करने के लिए शिक्षकों और छात्रों के लिए विशेष रूप से साइबर शिक्षा अभियान शुरू किया है जिससे कि कभी भी शिक्षा या छात्र साइबर क्राइम के शिकार ना हो इसके लिए विभाग में विभिन्न प्रकार की नीति अपनाई है आईए जानते हैं शिक्षक विभाग के द्वारा शुरू किए गए साइबर अपराध पर रोकथाम अभियान में क्या शुरू किया गया है
क्या है शिक्षा विभाग का साइबर अपराध के खिलाफ नया अभियान
दरअसल बात यह है कि आज के समय में हर जगह पर डिजिटल क्षेत्र को बढ़ावा दिया जा रहा है और स्कूलों में भी आज के समय में स्कूली शिक्षा में ऑनलाइन सेवाओं का उपयोग काफी तेजी से हो रहा है अब यह सिर्फ साइबर सुरक्षा एक तकनीकी विषय नहीं रह गया बल्कि शिक्षा के लिए भी एक जरूरी विषय बन चुका है ऐसे में बहुत ही जरूरी है कि लोग साइबर सुरक्षा पर ध्यान दें जिससे वह कभी भी साइबर अपराध का शिकार ना हो सके इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए दिल्ली शिक्षा विभाग ने यह नया अभियान शुरू किया है
दिल्ली शिक्षा विभाग के द्वारा शुरू किए गए इस अभियान का मुख्य मकसद यह है कि कोई भी शिक्षक, स्कूल के कर्मचारी या फिर छात्र कभी भी साइबर सुरक्षा जानकारी के अभाव में साइबर अपराध का शिकार ना हो इसके लिए उन्हें जागरूक किया जा सके
दिल्ली के स्कूलों में साइबर सुरक्षा जागरूकता क्यों ज़रूरी है?
आज के समय में छात्र ज्यादातर मोबाइल, कंप्यूटर, इंटरनेट, ईमेल इत्यादि का उपयोग पढ़ाई के लिए कर रहे हैं, लेकिन इसी के साथ-साथ साइबर अपराध का खतरा भी बढ़ता जा रहा है उनके उपयोग के साथ-साथ फर्जी स्कॉलरशिप स्कैम, सोशल मीडिया पर साइबर बुलिंग, फिशिंग लिंक, नकली जॉब ऑफर और अन्य ऑनलाइन धोखाधड़ी इत्यादि के शिकार ना हो इसके लिए स्कूलों में साइबर सुरक्षा जागरूकता बहुत ही जरूरी है
साइबर सुरक्षा अभियान के तहत कौन-कौन से जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं
साइबर सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए और छात्रों शिक्षको इत्यादि को जागरूक करने के लिए शिक्षा विभाग ने कई सारे महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं जिनके अंतर्गत सुबह की सभा में साइबर सुरक्षा के लिए सलाह और निर्देश साझा किया जाएगा जिससे कि छात्रों के दिमाग में साइबर सुरक्षा को लेकर जागरूकता बढ़े।
स्कूलों में सूचना बोर्ड पर साइबर सुरक्षा के लिए जरूरी टिप्स जैसे की किसी के साथ ओटीपी साझा ना करें, सोशल मीडिया अकाउंट पर पर्सनल जानकारी को शेयर ना करें, इत्यादि तरह के टिप्स भी लिखे जाएंगे
कंप्यूटर शिक्षक बच्चों को सिर्फ कोडिंग की जानकारी ही नहीं बल्कि साइबर सुरक्षा के बारे में भी विशेष रूप से जानकारी प्रदान करेंगे
स्कूलों को स्थानीय पुलिस और आईटी विशेषज्ञों के साथ मिलकर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे जिससे कि वास्तविक घटनाओं पर आधारित उदाहरण के साथ समझाया जा सके
हर महीने पहले बुधवार के दिन दिल्ली स्कूलों में “साइबर जागरूकता दिवस” मनाया जाएगा
साइबर खतरों पर ध्यान देने योग्य महत्वपूर्ण श्रेणियां
- फर्जी छात्रवृत्ति (Scholarship Scams)
- नकली केवाईसी अनुरोध
- फिशिंग ईमेल और SMS
- QR कोड स्कैम
- सोशल मीडिया हैकिंग
- अज्ञात लिंक पर क्लिक कर डेटा चोरी
- पब्लिक Wi-Fi का असुरक्षित उपयोग
साइबर सुरक्षा के लिए छात्रों और अभिभावकों को भी जरूरी सुझाव
साइबर सुरक्षा सिर्फ छात्रों या अध्यापकों तक ही सीमित नहीं है बल्कि यह अफवाहों के लिए भी बहुत ही जरूरी मुद्रा है इसीलिए सभी के लिए यह सभी बिंदु बहुत ही जरूरी है
- हमेशा मजबूत और यूनिक पासवर्ड का इस्तेमाल करें।
- सोशल मीडिया पर व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचें।
- फिशिंग लिंक या अनजान ईमेल से सावधान रहें।
- 2-FA (Two-Factor Authentication) का प्रयोग करें।
- ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करते समय केवल सुरक्षित वेबसाइट का उपयोग करें।
दिल्ली शिक्षा विभाग के द्वारा शुरू किया गया साइबर जागरूकता अभियान शिक्षक, अभिभावकों और बच्चों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है विभाग के द्वारा उठाए गए इस कदम से न सिर्फ साइबर अपराध को कम करने में मदद मिलेगी बल्कि साइबर सुरक्षा के बारे में भी पूरी जानकारी प्राप्त होगी ताकि लोग भविष्य में साइबर अपराध के शिकार ना हो सके