उत्तर प्रदेश सरकार ने बच्चों को जागरूक बनाने के लिए राज्य के माध्यमिक और उच्च शिक्षा विद्यालय में एक नए अभियान को शुरू किया है जिसका मुख्य उद्देश्य यह है कि जो भी छात्र अभी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं उन्हें पहले से ही सफाई और पर्यावरण के प्रति जागरूकता दिखाई जा सके साथ ही साथ नागरिकता के लिए भी विशेष बातें बताई जाए ताकि वह अपनी जिम्मेदारी को सही तरीके से समझ सके
- उत्तर प्रदेश विद्यालयों में चलाए जाएंगे सफाई अभियान
- बच्चों को दी जाएगी स्वच्छता व नागरिक शिक्षा
- पर्यावरण सफाई में बच्चों को भाग लेने का मौका
- नैतिक व सामाजिक जिम्मेदारी सिखाई जाएगी
- गंगा सफाई के बारे में जागरूक किया जाएगा
सरकार के द्वारा शुरू की गई इस योजना से न सिर्फ बच्चे सही समय पर सही शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे बल्कि पर्यावरण के प्रति भी जागरूक हो सकेंगे, सफाई के बारे में भी पूरी तरह से जागरुक रहेंगे, और नागरिक जिम्मेदारियों को पूरी तरह से समझ सकेंगे, सरकार के द्वारा शुरू की गई यह योजना राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत चलाई जा रही है जिससे कि छात्रों का ज्ञान सिर्फ किताबी ज्ञान न होकर एक वास्तविक जीवन का ज्ञान हो और वह सही समय पर आत्मनिर्भर बन सके
नागरिक शिक्षा और सफाई अभियान में बच्चों को दी जाएगी जरूरी जानकारियां
दरअसल बात यह है कि सामान्य तौर पर माध्यमिक और उच्च शिक्षा विद्यालय में बच्चों को जो भी शिक्षा दी जाती है वह सिर्फ किताबों तक ही सीमित रहती है लेकिन अब सरकार यह चाहती है कि बच्चों को प्रैक्टिकल रूप में भी नागरिक शिक्षा और सफाई अभियान के बारे में जानकारी प्रदान की जाए, ताकि बच्चों का किताबी ज्ञान सिर्फ किताबों तक ही सीमित न रहकर सामान्य जीवन में भी लागू हो सके और बच्चे जागरुक बन सके
नागरिक शिक्षा और सफाई अभियान के अंतर्गत बच्चों को सिर्फ कक्षा में पाठ्यक्रम की किताबें ही नहीं पढ़ाई जाएगी बल्कि उन्हें अन्य जरूरी स्थानीय स्वच्छता कार्यों में भाग लेने का अवसर मिलेगा जिससे कि सभी छात्र आसपास के क्षेत्र का निरीक्षण कर सकेंगे, सफाई कैसी चल रही है और किन-किन चीजों पर ध्यान देना जरूरी है, जल स्रोत का निरीक्षण और उन पर रिपोर्ट बनाने का मौका मिलेगा इसी के साथ-साथ छात्र प्रशासन के साथ मिलकर समस्याओं को हल करने के बारे में प्रेरित होंगे
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विद्यालय में दी जाएगी व्यावहारिक और नैतिक शिक्षा
छात्रों को गंगा संरक्षण, एक भारत श्रेष्ठ भारत, और जल साक्षरता विषय पर व्यावहारिक और नैतिक शिक्षा भी प्रदान की जाएगी जिससे कि वह इन सभी का संरक्षण करने के बारे में जरूरी जानकारी प्राप्त कर सकें और इसके लिए कौन-कौन से जरूरी कदम उठाने चाहिए उनके बारे में भी समझाया जाएगा
इस योजना का विद्यालय में लागू होना बच्चों के भविष्य के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद साबित होगा क्योंकि व्यावहारिक और नैतिक शिक्षा बच्चों में शुरुआत से होने के कारण वह अधिक जिम्मेदार बन सकेंगे और समय पढ़ने पर गंगा संरक्षण और जल साक्षरता तथा सफाई के बारे में जरूरी कदम उठा सकेंगे
गंगा संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण में छात्र लेंगे भाग
गंगा भारत की आस्था और संस्कृति का प्रतीक है इसीलिए उत्तर प्रदेश सरकार ने यह जिम्मेदारी उठाई है कि बच्चों को गंगा संरक्षण के बारे में सही जानकारी दी जा सके और उसके लिए कौन-कौन से जरूरी कदम उठाने चाहिए यह बताया जा सके इसीलिए सरकार ने गंगा संरक्षण में छात्रों को भाग लेने का भी मौका दिया है ताकि छात्र समझ सके की गंगा कुछ स्वच्छ रखना हर नागरिक की जिम्मेदारी है
गंगा संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण के लिए न सिर्फ छात्रों को इसमें भाग लेने का मौका मिलेगा बल्कि इसके लिए स्कूलों में प्रोजेक्ट वर्क, पोस्टर मेकिंग, भाषण प्रतियोगिताएं भी चलाई जा रही है जिससे की बच्चों को जल संरक्षण, प्रदूषण नियंत्रण और जैव विविधता की अहमियत समझ में आ सके
एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत बच्चों में एकता का संदेश
एक भारत श्रेष्ठ भारत के तहत बच्चों में एकता का संदेश भी पिरोने का कार्य किया जा रहा है ताकि बच्चे विभिन्न राज्यों की भाषा, संस्कृति, खान-पान और जीवनशैली से परिचित हो सके और उन्हें सही तरीके से अपना सकें और किसी भी प्रकार का भेदभाव ना हो और सभी लोग मिलजुल कर कार्य कर सकें
उत्तर प्रदेश के विद्यालयों में इसके लिए प्रत्येक सप्ताह किसी भी राज्य के एक छात्र और उसकी भाषा के बारे में वहां की जीवन शैली के बारे में विशेष रूप से सभी छात्रों को परिचित कराया जाएगा और कई सारी जरूरी बातें भी समझाइए ताकि बच्चों में एकता का संदेश पहुंचा जा सके