नई दिल्ली: देशभर में मॉनसून की सक्रियता लगातार बढ़ रही है। दक्षिण भारत से शुरू होकर अब इसकी पकड़ पश्चिमी और उत्तर भारत तक पहुंच रही है। कहीं राहत की बारिश तो कहीं आफत बनकर बरसी मॉनसून 2025 की शुरुआत ने साफ कर दिया है कि आने वाले दिन चुनौती भरे हो सकते हैं।
दक्षिण भारत में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित
केरल के मलाबार और त्रिशूर इलाकों में पिछले दो दिनों में भारी वर्षा हुई है। बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक 6 लोगों की जान चली गई है। स्थानीय प्रशासन ने आपात स्थिति को देखते हुए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। सड़कों पर जलभराव, पेड़ गिरने और बिजली गुल होने की शिकायतें आम हो गई हैं।
इसी तरह कर्नाटक के बेलगावी जिले में नदियों का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे कुछ गांव पूरी तरह से बाकी दुनिया से कट चुके हैं। पुलों पर पानी चढ़ जाने से ट्रैफिक रूट प्रभावित हुआ है और स्कूलों को बंद करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
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महाराष्ट्र और गुजरात में तेज बारिश का कहर
महाराष्ट्र के लोणावला में 24 घंटों में 123 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है जबकि तामहीनी घाट में 220 मिमी तक पानी बरस चुका है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले तीन से चार दिन तक भारी बारिश जारी रहने की संभावना है।
वहीं, गुजरात के सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के कई हिस्सों में 10 इंच से ज़्यादा बारिश हो चुकी है। DEO (District Education Officer) ने कई जिलों में स्कूल बंद रखने की अनुमति दे दी है। कुछ जगहों पर बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई है।
उत्तर भारत में भी बारिश की दस्तक, NCR में अलर्ट
राजधानी दिल्ली और NCR में भी मानसून ने दस्तक दे दी है। पिछले 24 घंटों में हल्की से मध्यम बारिश हुई है और मौसम विभाग ने येलो व ऑरेंज अलर्ट जारी कर रखा है। तेज़ हवाएं, बिजली गिरने की आशंका और अचानक बारिश ने आमजन को सतर्क कर दिया है।
एयरपोर्ट पर कुछ फ्लाइट्स प्रभावित हुईं, और कई रूटों पर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रही। आने वाले दो दिनों में थंडरस्टॉर्म और तेज बारिश की चेतावनी दी गई है।
पूर्वी भारत में रेड अलर्ट, झारखंड और ओडिशा में खतरा
झारखंड में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है। रांची, धनबाद, बोकारो समेत सात जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने 72 घंटों के भीतर भारी से अति भारी वर्षा की संभावना जताई है। निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बनने की आशंका है।
ओडिशा में भी हालात कुछ ऐसे ही हैं। भुवनेश्वर, कटक, बालासोर और आसपास के जिलों में मानसून तेजी से सक्रिय हुआ है और अगले तीन दिनों तक तेज बारिश की संभावना है। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
अगले 72 घंटे: कहां-कहां हो सकती है बारिश?
राज्य / क्षेत्र बारिश की संभावना महाराष्ट्र-गोवा-कर्नाटक बहुत भारी बारिश दिल्ली-NCR मध्यम से भारी बारिश गुजरात भारी वर्षा और स्कूल बंदी झारखंड रेड अलर्ट, बाढ़ की आशंका ओडिशा मध्यम से भारी बारिश केरल ऑरेंज अलर्ट, जान-माल की हानि
बचाव के उपाय और प्रशासन की तैयारी
सरकार और स्थानीय प्रशासन ने सभी प्रभावित क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन दल तैनात कर दिए हैं। लोगों से अपील की गई है कि वे बारिश के दौरान अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें, निचले इलाकों में न जाएं, और बिजली के खंभों व पेड़ों से दूर रहें।
विशेषकर किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपनी फसल को बचाने के लिए जल निकासी की उचित व्यवस्था करें और खेतों में अनावश्यक रूप से न जाएं।
निष्कर्ष
पूरे भारत में मॉनसून ने पूरी तरह से अपने पैर पसार लिए हैं। राहत के साथ-साथ वर्षा कई जगहों पर आफत भी बन रही है। इसलिए जरूरी है कि सभी लोग सतर्क रहें और मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें। आने वाले 72 घंटे बारिश के लिहाज से बेहद अहम हो सकते हैं।